आप भी कोरोना वायरस( coronavirus ) का शिकार हो सकते हो जाने पूरी माहिती

क्या है यह वायरस ?



  • मरीज़ों से लिए गए coronavirus के सैंपल की जांच प्रयोगशाला में की गई है. इसके बाद चीन के अधिकारियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह एक कोरोना वायरस है ।
  • नए वायरस के जेनेटिक कोड के विश्लेषण से यह पता चलता है कि यह मानवों को संक्रमित करने की क्षमता रखने वाले अन्य कोरोना वायरस की तुलना में 'सार्स' के अधिक निकटवर्ती है।
  • सार्स नाम के कोरोना वायरस को काफ़ी ख़तरनाक माना जाता है ।
  • सार्स के कारण चीन में साल 2002 में 8,098 लोग संक्रमित हुए थे और उनमें से 774 लोगों की मौत हो गई थी।


कोरोना वायरस  (coronavirus)के लक्षण


1】सिरदर्द

2】नाक बहना

3】खांसी

4】गले मे खराश

5】बुखार 

6】अस्वस्थता का अहसास होना 

7】छींक खाना


8】थकान महसूस करना 

9】निमोनिया , फेफड़े में सूजन 




कितना गंभीर है ये?




  • कोरोना वायरस के कारण अमूमन संक्रमित लोगों में सर्दी-जुक़ाम के लक्षण नज़र आते हैं लेकिन असर गंभीर हो तो मौत भी हो सकती है ।
  • यूनिवर्सिटी ऑफ़ एडिनबर्ग के प्रोफ़ेसर मार्क वूलहाउस का कहना है, "जब हमने ये नया कोरोना वायरस देखा तो हमने जानने की कोशिश की कि इसका असर इतना ख़तरनाक क्यों है । यह आम सर्दी जैसे लक्षण दिखाने वाला नहीं है, जो कि चिंता की बात है ।"


कहां से आया ये वायरस?




  • यह बिल्कुल नई क़िस्म का वायरस है ।
  • ये एक जीवों की एक प्रजाति से दूसरे प्रजाति में जाते हैं और फिर इंसानों को संक्रमित कर लेते हैं. इस दौरान इनका बिल्कुल पता नहीं चलता ।
  • नॉटिंगम यूनिवर्सिटी के एक वायरोलॉजिस्ट प्रोफ़ेसर जोनाथन बॉल के मुताबिक़, "यह बिल्कुल ही नई तरह का कोरोना वायरस है. बहुत हद तक संभव है कि पशुओं से ही इंसानों तक पहुंचा हो ।"
  • सार्स का वायरस बिल्ली जाति के एक जीव से इंसानों तक पहुंचा था । हालांकि चीन की ओर से अभी तक इस मूल स्रोत के बारे में कुछ भी पुष्ट तौर पर नहीं कहा गया है।


कोरा वायरस पे चीनी अफसर का अनुमान



  • चीनी मीडिया के मुताबिक, वुहान के हुआनान सीफूड बाजार की कड़ी निगरानी की जा रही है।
  • चीनी अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि अनुमान है वायरस इसी खाद्य बाजार में बेचे जए एक जंगली जानवर से फैला ।
  •  इससे पहले फैलीं जानलेवा महामारियों का कारण भी जंगली जानवर ही थे। गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (सार्स) चीन में कस्तूरी बिलाव खाने से संबंधित था।
  • चीन के जिस बाजार से सबसे पहले जानलेवा वायरस सामने आया, वहां भेड़िये के बच्चे से लेकर कस्तूरी बिलाव जैसी प्रजातियों तक के वन्यजीव मिलते थे. इनमें कस्तूरी बिलाव जैसे कई ऐसे जीव हैं, जिसका संबंध पिछली महामारियों से रहा है।

अब तक नौ लोगों की मौत


  • इस वायरस से अभी तक नौ लोग मारे जा चुके हैं और सैकड़ों प्रभावित हैं।
  • इससे चीनी अधिकारियों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है ।उन पर आरोप लग सकते हैं कि उन्होंने वन्यजीव तस्करी की निगरानी में ढिलाई बरती।


कोरोना वायरस से भारत को डरने की कितनी जरूरत !


  • चीन में फैले कोरोना वायरस (जिसे वुहान वायरस भी कहा जा रहा है) को लेकर अब भारत में भी सतर्कता बरती जाने लगी है।
  • देश की राजधानी दिल्ली समेत मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोच्चि और कोलकाता हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है । चीन और हांगकांग से लौटे यात्रियों की थर्मल जांच की जाएगी ।
  • यात्रियों को विमान में चढ़ने से पहले सेल्फ़ रिपोर्टिंग फ़ॉर्म भरना होगा ।
  • नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार देश के सात हवाई अड्डों पर सभी ज़रूरी व्यवस्थाएं की गई हैं । मंत्रालय का कहना है कि वे इन सभी हवाई अड्डों के संपर्क में हैं ताकि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन किया जा सके।
  • इसके साथ ही इन सभी हवाई अड्डों पर उद्घोषणा में भी वायरस को लेकर सूचना दी जा रही है ।
  • ख़तरा इसलिए भी अधिक बढ़ गया है क्योंकि ये वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी जा सकता है।
  • चीन में इस वायरस की वजह से अभी तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है वहीं संक्रमित लोगों की संख्या भी बढ़कर 440 हो चुकी है।


जंगली जानवरों के व्यापार पर प्रतिबंध !


  • चीन में कई जंगली जानवरों के व्यापार पर प्रतिबंध है. इसके लिए विशेष लाइसेंस लेना पड़ता है, लेकिन नियम ढीले हैं।
  • चीन में सार्स जैसे नए विषाणु की चपेट में आने से मरने वालों की संख्सा बढ़कर बुधवार को नौ हो गई जबकि संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है।
  • अब तक देश में इसके करीब 440 मामले सामने आ चुके हैं।


इन जानवरों के बिकते थे मांस




  • इंटरनेट पर उपलब्ध इस खाद्य बाजार की एक मूल्य सूची के मुताबिक, यहां जीवित लोमड़ी, मगरमच्छ, भेड़िया, सलामैंडर, सांप, चूहे, मोर, साही और ऊंट के मांस सहित 112 आइटम उपलब्ध हैं ।
  • वेंडर की मूल्य सूची में लिखा है, "ताजा कटा हुआ, जमा हुआ और आपके दरवाजे तक... जंगली जीव सभी के लिए."
  • हालांकि, न्यूज एजेंसी एएफपी ने कहा है कि इस मूल्य सूची की सत्यता प्रमाणित नहीं है ।
  • चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के निदेशक गाओ फू ने बीजिंग में बुधवार को कहा कि अधिकारियों का मानना है कि संभव है कि ये वायरस 'सीफूड मार्केट में जंगली जानवर' से आया है।



वुहान में वायरस का सबसे ज्यादा असर !




  • चीन के वुहान शहर में इससे जुड़े सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।एक करोड़ से अधिक की आबादी वाला वुहान एक प्रमुख परिवहन केंद्र है।सार्स के बारे में भी पाया गया था कि यह चीन के वन्यजीव बाजार में उपलब्ध कस्तूरी बिलाव में पाया गया था।
  •  बहुत से वैज्ञानिकों का मानना है कि चमगादड़ों ने बिल्ली जैसे जीवों को इससे संक्रमित किया और फिर इंसानों द्वारा इन बिल्लियों को खाने से यह इंसानों में फैला।


कितना आसान है इसका फैलना?


  • चीन के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं जिससे ये पुष्टि होती है कि यह वायरस एक शख़्स से दूसरे को भी होता है।
  • अधिकारियों का कहना है कि ऐसा कहने के पीछे वजह ये है कि कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें मरीजों की देखभाल करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों में भी संक्रमण के लक्षण नज़र आ रहे हैं.
  • इस मौजूदा वायरस को लेकर यही सबसे बड़ा डर है कि इससे सबसे पहले फेफड़े ही प्रभावित हो रहे हैं ।
  • इस वायरस का संक्रमण होते ही संक्रमित शख़्स को खांसी और नज़ला की शिकायत हो जाती है ।

कितनी तेज़ी से फैल रहा है ये वायरस?


  • शुरुआत में माना जा रहा था कि इस वायरस का असर सीमित ही होगा लेकिन दिसंबर के बाद से कई नए मामले सामने आ चुके हैं । हालांकि इस संक्रमण की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई लेकिन अब इसका संक्रमण चीन के बाकी शहरों के साथ-साथ देश के बाहर भी नज़र आ रहा है।
  • थाईलैंड, जापान, अमरीका और दक्षिण कोरिया में भी संक्रमण के कुछ मामले सामने आए हैं ।
  • वुहान से होकर आने वाले लोगों में इसके संक्रमण की आशंका अधिक है ।
  • ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यह वायरस नए साल चीन घूमने आए बहुत से लोगों के साथ अलग-अलग देशों में लाखों लोगों में पहुंच चुका हो ।



लेकिन चीन ही क्यों ?



  • प्रोफ़ेसर वूलहाउस का कहना है कि जनसंख्या के आंकड़ों और घनत्व के कारण यहां के लोग जानवरों के संपर्क में जल्दी आ जाते हैं । ओर चीन में अख़्सर दरियाई खोराक खाने वाले लोग बस रहे है ।
  • वूलहाउस कहते हैं "कोई हैरानी नहीं है कि चीन में ही आने वाले समय में कुछ ऐसा ही सुनना को मिले।



चीन के अधिकारी इस मामले पर कैसे काम कर रहे हैं?


  • संक्रमित लोगों की एकल कक्ष में और अकेले में जांच की जा रही है ताकि इस बीमारी को और बढ़ने से रोका जा सके ।
  • जिन-जिन जगहों से यात्री गुजरेंगे उन-उन जगहों पर थर्मल स्कैनर्स लगाए गए हैं ताकि जैसे ही किसी के बुख़ार की पुष्टि हो उसकी जांच की जा सके।
  • इसके अलावा सी-फ़ूड मार्केट को फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है ताकि सफ़ाई बनी रहे और संक्रमण को कम किया जा सके।
  • यह व्यवस्था केवल चीन में ही नहीं की गई है ,  चीन के अलावा एशिया के कई दूसरे देशों और अमरीका में भी इस तरह की व्यवस्था की गई है ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।


विशेषज्ञ कितने परेशान हैं?





  • डॉक्टर गोल्डिंग का कहना है "फिलहाल तो हमारे पास जो जानकारी है उसके लिहाज़ से सही-सही ये बता पाना की स्थिति कितनी चिंताजनक, मुश्किल है."
  • "जब तक हमें इसके स्रोत का एकदम सटीक पता नहीं चल जाता है, तब तक परेशानी बनी ही रहेगी ।"
  • प्रोफ़ेसर बॉल का कहना है कि हमें हर उस वायरस को लेकर चिंतित होने की ज़रूरत है जो इंसानों को संक्रमित कर रहा हो, वो भी ख़ासतौर पर पहली बार । क्योंकि उसका इलाज कैसे किया जाना है, रोकना है ये सबकुछ जानने में मुश्किल होती है।


"आप किसी भी विषाणु को मौक़ा तो नहीं ही देना चाहेंगे. "



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